धोनी की मृ’तक गर्लफ्रैंड प्रियंका झा की पहली और आखरी फोटों आई सामने, साक्षी से कई गुना ज़्यादा थी खूबसूरत

धोनी की मृ’तक गर्लफ्रैंड प्रियंका झा की पहली और आखरी फोटों आई सामने, साक्षी से कई गुना ज़्यादा थी खूबसूरत

यूं तो लागभग हर क्षेत्र में हर रोज नए नए लोग अपनी काबिलियत का हुनर दिखाते रहते हैं। मगर कुछ ही लोग होते हैं जो उस क्षेत्र के भगवान बन पाते हैं। महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के लिए वही शख्स है। कैप्टन कूल के नाम से मशहूर धोनी, कमाल की गेम प्लानिंग के बदौलत आज दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक है। धोनी एक ही था, धोनी एक ही है और धोनी एक ही रहेगा। फिलहाल टीम इंडिया का यह सफल बल्लेबाज अपनी पत्नी साक्षी रावत और बेटी जीवा के साथ खुशहाल ज़िन्दगी जी रहे हैं। हालांकि धोनी की ज़िंदगी से जुड़ा एक हिस्सा ऐसा भी है जिसके बारे में शायद कम ही लोग जानते होंगे।

साक्षी नहीं थी धोनी का पहला प्यार

दरअसल साक्षी रावत महेंद्र सिंह धोनी का पहला प्यार नहीं थी। साक्षी से पहले भी महेंद्र सिंह धोनी की ज़िंदगी में एक और लड़की थी जिससे माही बहुत प्यार करते थे। हालांकि यह खूबसूरत सा सफर बस कुछ दिनों तक ही चला। और किस्मत ने माही से उनका प्यार छीन लिया। धोनी के जीवन पर बनी फिल्म माही द अनटोल्ड स्टोरी में भी आपको इस बात का ज़िक्र मिलेगा।

साक्षी नहीं प्रियंका झा से करना चाहते थे धोनी शादी

दरअसल साक्षी से पहले धोनी की लाइफ में जो लड़की थी उसका नाम प्रियंका झा था। कहा जाता है कि प्रियंका से महेंद्र सिंह धोनी उतना प्यार करते थे जितना शायद ही कभी साक्षी से कर पाए, धोनी प्रियंका जल्द ही एक दूसरे से शादी भी करने वाले थे। मगर फिर एक कार एक्सीडेंट में प्रियंका यह दुनिया छोड़ कर हमेशा हमेशा के लिए चली गयी। सोशल मीडिया और एक बार फिर धोनी और उनकी पहली प्रेमिका की तस्वीर इन दिनों वायरल है। इस फोटो में दोनों एक दूसरे के साथ बैठे हुए दिख रहे हैं। खबरों की माने तो यही लड़की प्रियंका झा है।

कहा जाता है कि धोनी को जब खबर मिली कि प्रियंका इस दुनिया को अलविदा कह चुकी है तो उस वक्त माही बहुत टूट गए थे। धोनी के करीबी तो यह तक तय कर चुके थे कि अब शायद धोनी लंबे समय तक क्रिकेट से दूरी बना लेंगे। हालांकि महेंद्र सिंह धोनी शो मेन हैं, दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें उस वक्त क्रिकेट खेलने से नहीं रोक सकती थी। धोनी रुके भी नहीं वे लगातार खेलते रहे, अपनी कमजोरी को कभी भी अपनी कामयाबी के आड़े नहीं आने दिया। उसी माही की ज़िद और काबिलियत का नतीजा है कि हमने वर्ल्ड कप भी जीता।

धोनी के रिकॉर्ड की बात करें तो उनकी कप्तानी में भारत आईसीसी वर्ल्ड टी-20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीत चुका है। इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था।

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