शालिग्राम शिला पर हथौड़ा चला तो प्राण दे देंगे कहने वाले महंत के सपनों में आए भगवान, बदला सुर- इसी पत्थर से बने मूर्ति

तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास अयोध्या पहुंचे शालिग्राम शिला को साक्षात भगवान विष्णु के वास होने की बात कही, पहले पत्थर पर छीनी हथौड़ी चलाने पर दी थी चेतावनी।
देवशिला पर ही बनेगा रामलला की मूर्ति:अयोध्या में बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास एक बार फिर चर्चा में बने हुए हैं। जिसका वीडियो वायरल हो रहा हैं।
परमहंस ने की कुल गुरु के दर्शन का दावा:परमहंस दास का दावा है कि रात में हनुमान जी और भगवान श्री रामलला के कुल गुरु वशिष्ठ ने दर्शन दिए हैं।
देवशिला पर ही बनेगा रामलला की मूर्ति:परमहंस दास ने कहा कि नेपाल से अयोध्या पहुंची शालिग्राम शिला नही बल्कि देवशिला है। इसी पत्थर से रामलला की मूर्ति बनेगा। इस आदेश गुरु वशिष्ठ ने दिया है।
गंडक नदी से निकाली गई थी देवशिला:नेपाल के गंडक नदी से निकल कर 2 फरवरी को अयोध्या पहुंची देवशिला पर मूर्ति बनाये जाने के विरोध में महंत ने प्राण त्याग देने का ऐलान किया था।
नेपाल से अयोध्या पहुंचा था देवशिला:2 फरवरी को रामसेवकपुराम में इस देवशिला का 51 ब्राह्मणों ने पूजन कर नेपाल से आये पूर्व उप प्रधानमंत्री ने राम मंदिर ट्रस्ट को हस्तांतरित किया था।
राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर जारी किया था नोटिस:शिला पूजन के दौरान महंत परमहंस दास ने भी अपने इस ऐलान को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को लिखित नोटिस भी जारी की थी।
सुबह 3:00 बजे परमहंस दास को आते हैं सपने:तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने आज अचानक देवशिला को लेकर किए गए ऐलान के बाद रोज सुबह 3:00 बजे सपने में हनुमान जी के दर्शन और मुलाकात का दावा करने लगे है।
शिला पर किया दर्शन पूजन
यही नहीं महंत परमहंस दास उस देवशिला पर भी जाकर घंटों बैठ गए। जिसको लेकर उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट को नोटिस भी जारी किया था।
शालिग्राम शिला पर छीनी हथौड़ी चलाने का किया था विरोध:महंत परमहंस दास ने शालिग्राम पर रामलला की मूर्ति बनाये जाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि इस शिला को छीनी हथौड़ी नही चलाई जा सकती है।