करीना ने शेयर किए प्रेग्नेंसी के दौरान से’क्स को ले कर अपने अनुभव, कहा – सैफ और हम…

करीना कपूर और उनकी प्रेग्नेंसी पर किताब ‘करीना कपूर खान प्रेग्नेंसी बाइबल: द अल्टीमेट मैनुअल फॉर मॉम्स-टू-बी’ दोनों ही इन दिनों मीडिया की सुर्खियों के मुख्य केंद्र बन चुके हैं। इस किताब में करीना कपूर खान ने अपने दोनों बच्चों की डिलीवरी से ले कर परवरिश तक के पूरे अनुभव साझा किए हैं। किताब में इसके अलावा बच्चे को दूध पिलाने से ले कर प्रेग्नेंसी के वक्त पति के साथ शारिरिक संबंध को ले कर भी खुल कर बातें कहीं गयी हैं। अभी हाल ही में दिए इंटरव्यू में भी करीना कपूर ने इन मुद्दों पर खुल कर अपनी राय रखते हुए बेबाकी से जवाब दिए हैं।
गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान की पत्नी करीना ने हाल ही में अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया है, जिसका नाम उन्होंने जेह रखा है। छोटे बेटे के जन्म के बाद ही करीना ने प्रेग्नेंसी के दौरान जो अनुभव इक्कठा किये थे उन्हें एक किताब की शक्ल में लोगों के साथ साझा किए हैं। इन दिनों करीना कपूर इसी किताब के प्रमोशन में व्यस्त हैं। और अलग-अलग मीडिया समूह से बात करती हुई भी दिखाई दे रही हैं। इसी तरह के एक इंटरव्यू में करीना कपूर ने प्रेग्नेंट महिलाओं के शारीरिक सम्बंध बनाने वाले विषय पर बात की। कंगना का कहना है कि मेनस्ट्रीम में काम कर रहे अभिनेताओं से लोग यह एक्सपेक्ट नहीं करते कि वे इस तरह के विषय पर बात करे। वहीं उनका यह भी कहना है कि ऐसे विषय पर बात करने के लिए आपको अतिरिक्त हिम्मत की आवश्यकता नहीं है। यह विषय पति और पत्नी के बीच के संबंधों से जुड़ा हुआ है। जिसमें महिलाओं की भावनायें भी निहित है।
करीना अपनी बात रखते हुए कहती है कि- ‘ऐसा हो सकता है कि महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान इंटीमेट संबंध बनाने की जरूरत महसूस ना हो, बच्चे को जन्म देते वक्त महिलाओं के साथ ऐसा होता है। लोगों को आदत नहीं है मेनस्ट्रीम एक्टर्स को ऐसी चीजों पर बात करते हुए देखने की। लेकिन ये भी है कि एक्टर्स को लोगों को प्रेग्नेंट देखने की भी आदत नहीं है’।
करीना कपूर ने अपनी किताब में बेबाकी से यह बात भी रखी कि जब उनके पेट में तैमूर था तब उस दौरान वे और सैफ दोनो ही काफी यंग थी। इसलिए उस दौरान उनके शरीर में एनर्जी भी काफी ज़्यादा थी। हालांकि छोटे बेटे जेह के वक्त स्थिति कुछ और थी वे उस दौरान काफी थका हुआ महसूस करती थी। इसलिए उनकी इच्छा बिस्तर पर संबंध बनाने की नहीं होती थी।